Azadi ka Amrit Mahotsav, report of 15 Aug, Umari and Aseni, Auraiya

Village Name: Umari and Aseni, Auraiya

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विवेकानंद ग्रामोद्योग महाविद्यालय दिबियापुर औरैया में चल रहे आजादी के अमृत महोत्सव एवं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समस्त स्वयंसेवक सबसे पहले ग्राम उमरी के पंचायत भवन में पहुंचकर ध्वजारोहण का कार्यक्रम किया और ग्रामीणों के साथ मिलकर और वहां की प्रधान के साथ राष्ट्रगान को गाया। इसके बाद समस्त स्वयंसेवक कार्यक्रम अधिकारी के नेतृत्व में प्राथमिक विद्यालय उमरी पहुंचे। वहां उन्होंने बच्चों को बच्चों के साथ मिलकर ध्वजारोहण किया फिर वहां भी राष्ट्रगान को गाया। वहां पर समस्त स्वयंसेवकों ने मिलकर प्राथमिक विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चों को अनुशासन एवं विनम्रता से ओतप्रोत होने की शिक्षा प्रदान की। इसके बाद कार्यक्रम अधिकारी डॉ यश कुमार ने अपने ओजस्वी भाषण के द्वारा बच्चों एवं प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों का उत्साह बढ़ाया। उमरी ग्राम प्रधान प्रेमना सिंह ने स्वयं सेवकों के उत्साह को बढ़ाते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना की तारीफ करते हुए इसे विद्यार्थियों को समाज से जोड़ने वाली प्रमुख योजना बताया और उन स्वयंसेवकों को आगे आकर समाज की समस्याओं में मिलजुल कर भागीदार होने की सलाह प्रदान की। इसके बाद समस्त स्वयंसेवक विवेकानंद ग्रामोद्योग महाविद्यालय में पहुंचकर प्राचार्य डॉ इकरार अहमद के नेतृत्व में ध्वजारोहण का कार्यक्रम संपन्न कराया। ध्वजारोहण कार्यक्रम के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं आजादी के अमृत महोत्सव को एक साथ जोड़ते हुए एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय के विद्यार्थी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने मिलकर भाषण, गायन, कविता पाठ आदि गतिविधियों में शामिल हुए। गोष्ठी में कार्यक्रम अधिकारी डॉ एस कुमार ने अपने उद्बोधन भाषण में शिक्षा को अति महत्वपूर्ण बताते हुए इसे जन-जन तक फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि अमृत महोत्सव की सफलता तभी संभव होगी जब देश का हर नागरिक शिक्षित हो और समाज से संकीर्णता की समाप्ति हो। अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ इसरार अहमद ने आजादी के वीर सपूतों को याद करते हुए अमृत महोत्सव की सफलता के लिए हर संकीर्णता से दूर रहने की सलाह प्रदान की। उनका मानना था कि प्रेम, सौहार्द एवं पारस्परिक विश्वास के आधार पर ही देश की उन्नति संभव है। कार्यक्रम पूरी तरह से सफल रहा । कार्यक्रम की निगरानी एवं रिपोर्ट डॉ0 अनुराधा कालानी ने दी ।