Har Ghar Tiranga Images
दिनांकः 14.08.2022 को 75वें अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में
आज दिनांकः 14.08.2022 को इन्दिरा गाँधी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बाँगरमऊ, उन्नाव में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में 75वें अमृत के अन्तर्गत तिरंगा यात्रा व विभाजन विभिषिका पर एक डाॅक्यूमेंट्री दिखाई गई की भारत का विभाजन किस प्रकार हुआ, उस समय कौन-कौन घटनायें घटी तथा इस विभाजन के दौरान कितने लोग मरें और बहुत से लोग लाहौर से नई दिल्ली आने वाली ट्रेनों से लासें हीे प्राप्त हुई। बटवारा में दिखाया गया कि हर चीज का बटवारा किया गया, लगभाग 80 प्रतिशत भारत की तथा 20 प्रतिशत पाकिस्तान को प्राप्त हुआ। विभाजन विभीषिका को स्मृति दिवस 14 अगस्त पर जो पी0डी0एफ0 दिखाई गई कि किस प्रकार देश के विभाजन के कारण लोग विस्थापित हुए और लगभग 7 से 10 लख लोग मारे गये। विभाजन के दौरान घटित हुई उसकी भी पूर्ण जानकारी दी गयी, अग्रेजों द्वारा भारत का विभाजन कैसे किया गया। उस समय समाचार पत्रों में प्रकाशित घटनायें भी दिखाई गई। जो विभाजन हुआ वह बहुत ही दर्दनाक घटना थी जिसने भारत को आर्थिक एवं सामाजिक रुप से कमजोर कर के रख दिया।
प्रशासन द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 अनिल पाण्डेय द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि देश प्रेम की भावना और 15 अगस्त की छुट्टी न मनाकर, देश के प्रति अपने कर्तव्य पालन/आत्ममंथन कार्यों की आवयकता है। श्री विशम्भर दयाल त्रिपाठी राजकीय महाविद्यालय, रसूलपुर से पधारे प्राचार्य डाॅ नलिन कुमार सिंह ने विभाजन विभिषिका के विषय में अपने विचार प्रस्तुत किये उन्होंने कहा कि समाज किस प्रकार संकीर्ण होता जा रहा है हम अपने आपको संकीर्ण विचार को छोड़कर समाज से जुड़े व आजादी के किस्से को याद करें।
इस अवसर पर महाविद्यालय के अमृत महोत्सव के संयोजन डाॅ0 दिग्विजय नरायण ने अपने विचार प्रस्तुत किये। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ0 सदानन्द राय ने विभाजन विभाषिका स्मृति दिवस पर अपने विचार रखे कि देश के विकास में अलग-अलग योगदान देना चाहिए। अन्त में कार्यक्रम अधिकारी श्री धर्मेन्द्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि 14 अगस्त को विभजन विभीषिका स्मृति दिवस इसलिए मनाया गया कि देश का दोबारा विभाजन न हो तथा इस विभाजन के कारण जो जनमानस को हानि हुई आने वाली पीढ़ी उसके विषय में जानकारी प्राप्त करें।
इसके बाद महापुरुषों व स्वतंत्रता सेनानियों की किताबों की प्रदर्शनी लगायी गयी जिसमें स्वयं सेवकों ने प्रतिभाग लिया और महापुरुषों के बारे में जानकारी एकत्र की और उनके बारे में सूचनायें एकत्र की।
महाविद्यालय से एक मौन यात्रा निकाली गयी जिसका नेतृत्व नोडल अधिकारी डाॅ0 अनिल पाण्डेय व महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ0 सदानन्द राय ने किया। यह मौन यात्रा महाविद्यालय से नगरपालिका बाँगरमऊ तक गयी वहां पर स्थित शहीदी स्थल को नमन किया।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक कार्यक्रम अधिकारी श्री धर्मेन्द्र कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में पन्नी टोला में वृक्षारोपण के लिएगयें। पन्नी टोला के वृक्षारोपण में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी व पन्नी टोला के सभासद श्री अनिल कुमार कुशवाहा उपस्थित रहे। स्वयं सेवक भारत माता की जयकारे, झण्डा ऊँचा रहे हमारा के नारे लगाते हुए लोगों को पौधे वितरित किये व पन्नी टोला में वृक्षारोपण किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक श्रीमती सविता, सविता राजन, श्रीमती किरन, श्री अभय राजपूत, सुश्री शैलजा त्रिपाठी, डाॅ0 सुमन देवी, डाॅ0 ब्रज किशोर गुप्ता एवं कर्मचारियों में श्री विनोद चन्द्र मौर्य, श्री संदीप कुमार अवस्थी, श्री बलराम सिंह, श्री कन्हैया लाल व श्रीबसंत लाल मौर्य, श्री मुन्नी लाल, श्री जितेन्द्र आदि के साथ महाविद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्रा उपस्थित रहे।